विश्व में हुए आविष्कार के बारे में हम इस पोस्ट में जानेंगे | अक्सर प्रतियोगी परीक्षा में आपको इससे संबंधित प्रश्न देखने को मिल जाते है | इस पोस्ट में हमने कई आविष्कार और उनके आविष्कारक के प्रश्नों को पढेंगे साथ ही विगत परीक्षाओं में पूछे गये प्रश्नों को भी शामिल किया है | बहुविकल्पीय प्रश्न को अतिरोक्त यहाँ आपको सभी Inventions and Inventors की लिस्ट भी पढने को मिलेगी |
Inventions and Inventors in Hindi
प्रश्न 01 – विद्युत् बैटरी की खोज किसने की ?
उत्तर – विद्युत् बैटरी की खोज सन् 1800 में हुयी इसके खोजकर्ता का नाम अलेसांड्रों वोल्टा है |
विद्युत् बैटरी के बारे में आप अच्छे से जानते है की यह एक ऐसा डिवाइस है जिसका उपयोग विद्युत् ऊर्जा को रासायनिक ऊर्जा में परिवर्तित करने के लिए किया जाता है | इससे हम डीसी प्रकार की विद्युत् धारा को प्राप्त कर सकते है और इसमें विद्युत् ऊर्जा को चार्ज के रूप में एकत्रित किया जाता है तथा आवश्यकता के अनुसार उसका उपयोग बाद में कर सकते है |
प्रश्न 02 – इलेक्ट्रो मेग्नेट के खोजकर्ता कौन है ?
उत्तर – Electro Magnet (विद्युत् चुम्बक) का आविष्कार विलियम स्टारजन ने सन 1824 में की |
यदि हम बात करे विद्युत् चुम्बक के बारे में तो यह एक एसी खोज है जिसके उपयोग से आज हमारा जीवन बहुत ही सरल हो गया है | विद्युत् चुबक एक नर्म लौह की छड पर तांबे या एल्युमिनियम की एनेमल्ड वायर को कई टर्न लपेटकर बनाया जाता है | जब इस तार में विद्युत् धारा प्रवाहित की जाती है तो इसमें चुम्बक का गुण उत्पन्न हो जाता है | एक विद्युत् चुम्बक का उपयोग – विद्युत् घंटी , मोटर , जनरेटर , पंखा , MCB जैसे वैद्युतिक उपकरण बनाने में किया जाता है |
प्रश्न 03 – विद्युत् पंखे की खोज किसने की ?
उत्तर – विद्युत् पंखे की खोज हिलर ने सन 1776 में की |
गर्मी के दिनों में हमे ठंडी हवा देने का काम करने वाले पंखे का आविष्कार 1776 में हुआ | पंखा विद्युत् ऊर्जा को यांत्रिक ऊर्जा में परिवर्तित करता है और इसी यांत्रिक ऊर्जा का उपयोग कर पंखे के साथ लगी हुयी पंखुडियों से हमे ठंडी हवा मिलता है |
प्रश्न 04 – ट्रांसफार्मर जिसे परिणामित्र कहते है की खोज किसने की ?
उत्तर – ट्रांसफार्मर की खोज माइकल फैराडे ने सन 1831 में की |
ट्रांसफार्मर यानि की परिनामित्र की खोज के बाद एक जगह पर उत्पन्न की जाने वाली बिजली को लम्बी दुरी तक पहुचांया जाने लगा | ट्रांसफार्मर पैदा की गयी बिजली के वोल्टेज मान को बड़ा सकता है तथा कम कर सकता है , जिस कारण अलग – अलग कार्यों के लिए अलग – अलग वोल्टेज मान की बिजली उत्पन्न नही की जाती है | जो ट्रांसफार्मर कम वोल्टेज को अधिक वोल्टेज में बदलते है उसे स्टेप अप ट्रांसफार्मर ( उच्चायी परिणामित्र ) तथा जो ट्रांसफार्मर अधिक वोल्टेज को कम कर देते है उन्हें स्टेप डाउन ट्रांसफार्मर ( अपचायी परिणामित्र ) कहा जाता है |
प्रश्न 05 – डी.सी. मोटर के आविष्कारक कौन है ?
उत्तर – डी.सी. मोटर के आविष्कारक जेनोबे ग्रामे है इन्होने इस मोटर का आविष्कार 1873 में किया था |
invention and inventors में डी.सी. प्रकार की विद्युत् ऊर्जा से यांत्रिक शक्ति प्राप्त करने के लिए डी.सी. मोटर का उपयोग किया जाता है | डी.सी . मोटर से यांत्रिक शक्ति उसकी शाफ़्ट से प्राप्त होती जिसे HP (हार्स पॉवर ) में मापा जाता है |
प्रश्न 06 – ए.सी. मोटर के आविष्कारक कौन है ?
उत्तर – ए.सी. मोटर के आविष्कारक निकोला टेसला है तथा इसकी आविष्कारक सन 1888 में हुआ था |
यह मोटर ए.सी. प्रकार की विद्युत ऊर्जा को यांत्रिक ऊर्जा में बदलने का कार्य करती है | इसकी शक्ति का मान भी HP में मापा जाता है | मोटर की घुमती हुयी शाफ़्ट से प्राप्त यांत्रिक ऊर्जा का उपयोग आप कई जगह करते है जैसे – वाटर पंप , क्रेन मशीन , लिफ्ट , प्राइम मूवर आदि |
प्रश्न 07 – डायनेमो के आविष्कारक कौन है ?
उत्तर – डायनेमो का आविष्कारक माइकल फैराडे है इन्होने इसकी खोज 1831 में की थी |
यह एक एसी मशीन है जो दिखने में मोटर की तरह होती है लेकिन इसका काम मोटर ठीक उल्टा होता है | जब इसकी शाफ़्ट पर यांत्रिक ऊर्जा देकर घुमाते है तो इससे हमे डी.सी. प्रकार की वैदुतिक शक्ति प्राप्त होती है | इसका उपयोग हम वाहनों में बैटरी चार्जिंग के लिए करते है , अल्टरनेटर में एक्साइटर के रूप में करते है | इससे प्राप्त वैद्युतिक ऊर्जा को KW में मापा जाता है | छोटे डायनामो में यह रेटिंग वाट होती है |