जीव विज्ञान – वैसे तो सम्पूर्ण विश्व का क्रमबद्ध ज्ञान ही विज्ञान हैं। विज्ञान को कई शाखाओं में बांटा गया हैं, जैसे कि सामाजिक विज्ञान,प्राकृतिक विज्ञान,भौतिक विज्ञान, रसायन विज्ञान, गृहविज्ञान,जीव विज्ञान आदि। इस पोस्ट में हम जीव विज्ञान ( Biology ) के बारे में जानेंगे | यदि आप भी जानना चाहता है की जीव विज्ञान किसे कहते है | जीव विज्ञान की कितनी शाखाएं होती है तो यह पोस्ट आपके लिए महत्वपूर्ण हो सकती है |
जीव विज्ञान की परिभाषा
“जीव विज्ञान”विज्ञान की वह शाखा है जिसके अंतर्गत विभिन्न प्रकार के जीवों तथा उनके जीवन के लिए आवश्यक कारकों का अध्ययन किया जाता हैं।
जीव विज्ञान को एक अलग शाखा के रूप में प्रतिस्थापित करने का श्रेय महान दार्शनिक “अरस्तू”(384से422ई.पू.) को जाता है लेकिन जीव विज्ञान या biology शब्द का प्रयोग सर्वप्रथम प्रयोग “लेमार्क”तथा “ट्रेविरेसन” नामक प्रसिद्ध वैज्ञानिकों द्वारा सन 1801में किया गया था।
जीव विज्ञान को इस तरह भी परिभाषित किया जा सकता है की ये विज्ञान की वह शाखा है जिसके अंतर्गत उस पदार्थ व ऊर्जा का अध्ययन किया जाता है जो जीवतंत्र का भाग था या भाग है।
बायोलॉजी क्या है | What is Biology In Hindi
हम अपने चारों तरफ विद्यमान वस्तुओं को अलग भागों जैसे सजीव, निर्जीव तथा मृत की श्रेणी में विभक्त कर सकते हैं। सभी प्रकार के जीव-जन्तु एवं पौधे सजीवों की श्रेणी में आते हैं क्योंकि उनमें प्रजनन, श्वसन, पोषण, उत्सर्जन तथा वृद्धि इत्यादि के गुण पाए जाते हैं।
मनुष्य, गाय-बैल, आम और अमरूद, शैवाल आदि सभी जीवों के प्रमुख उदाहरण हैं। ये अभी जीवों से मिलकर ही जीव जगत का निर्माण होता हैं। इसके अतिरिक्त हवा,पानी,पत्थर, आदि निर्जीव कहें जाते हैं, क्योंकि उनमें जीवों जैसे कोई लक्षण नहीं पाए जाते, तथा वे जो कभी जीवित थे किंतु अब एक समय बाद उनका जीवन समाप्त हो चुका हों, वे मृत की श्रेणी में आते हैं जैसे कि कुर्सी |
चूंकि वो एक समय पहले एक पेड़ का हिस्सा थी, लेकिन जब वो पेड़ से अलग हुई तो लकड़ी हो गई,जिससे उसकी वृद्धि भी रुक गई और फिर उससे कुर्सी बना दी गई। अतः अब वो निर्जीव कही जाएगी।
जीवमंडल का विशिष्ट अभिलक्षण ही है कि यह जीवन को आधार प्रदान करता हैं। सूक्ष्म से लेकर विशाल जीव तक सभी की प्रकृति में लगभग साढ़े बारह लाख जातियाँ पाई जाती है।
ये सभी मिलकर जीव मंडल का निर्माण करते हैं। जीव मंडल इन सभी के लिए हवा,पानी, प्रकाश, ताप, भोजन आदि की व्यवस्था करता है। खाद्य जाल और खाद्य चक्र भी इसके ही मुख्य उदाहरण हैं।
जीव विज्ञान की शाखाओं के नाम
जीव विज्ञान एक अत्यंत विकसित विषय है,जिसे मोटे तौर पर दो भागों में बांटा गया हैं –
- 1 जन्तु विज्ञान (Zoology)
- 2 वनस्पति विज्ञान(Botany)
जन्तु विज्ञान में जंतुओं का तथा वनस्पति विज्ञान में पौधों का विस्तृत अध्ययन मिलता है। आपको यह जानकर आश्चर्य होगा कि पूरी दुनियां में 12 लाख जन्तु तथा 5 लाख प्रकार की पादप जातियों की खोज की जा चुकी है और अभी भी नयी नयी जातियों की खोज जारी है। इतने प्रकार के जीवों का अध्ययन एक साथ संभव नहीं। अतः इसीलिए जीव विज्ञान के अध्ययन की सुविधा के लिए इसे कई सामान्य शाखाओं में बांट दिया गया है, जिनमे से कुछ प्रमुख शाखाएं निम्न प्रकार हैं–
- वर्गिकी (Taxonomy)
- आकारिकी (Marphology)
- शारीरिकी (Anatomy)
- औतिकी(Histology)
- कोशिका जीव विज्ञान (Cell biology or Cytology)
- जीव रसायन (Biochemistry)
- आण्विक जीव विज्ञान (Molecular biology)
- कार्यिकी(Physiology)
- भ्रुणिकी (Embryology)
- पारिस्थितिकी (Ecology)
- अनुवांशिकी (Genetics)
- जीवश्मिकी(Palaentology)
- आन्तरिक जीव विज्ञान (Exobiology)
- सुजननिकी(Eugenics)
- मधुमक्खी पालन (Apiculture)
- जीवाणु विज्ञान (Bacteriology)
- जैव_भैषजिक यांत्रिकी (Bio medical engineering)
- मानव विज्ञान (Anthropology)
- रोग विज्ञान (Pathology)
- रेशम कीट पालन (Sericulture)
- मत्स्य पालन (Pisciculture)
- दुग्ध विज्ञान (Dairy science)
- फोरेंसिक विज्ञान (Forensic science)
- वन विज्ञान (Forestry)
- मुर्गी पालन विज्ञान (Poultry science)
- सुक्ष्म जीव विज्ञान (Microbiology)
- यांत्रिकीय अनुवांशिकी (Genetic engineering)
- पशु विज्ञान (Veterinary science)
- कीट विज्ञान (Entomology)
- मृदा विज्ञान (Soil science)
- जीव भूगोल (Biogeography)
- विकास (Evolution)
- वातावर्णीय प्रदूषण (Environmantal pollution)
- कास्मोगोनी(Cosmogony)
Final Word – तो इस पोस्ट जीव विज्ञान बायोलॉजी क्या है | इसकी कितनी शाखाएं है ? , में हमने जीव विज्ञान के बारे में जाना | उम्मीद करते है यह जानकारी आपको पसंद आई होगी | कृपया इसे अपने साथियों के साथ भी शेयर करें और हमारे नये पोस्ट की अपडेट पाने के लिए हमसे सोशल मीडिया पर जुड़े |