इस पोस्ट आप prativykti aay से जुड़े सभी सवालों के जवाब पा सकते है | यहाँ हमने बताया है की प्रतिव्यक्ति आय किसे कहते है ? राष्ट्रीय आय क्या होती है तथा प्रतिव्यक्ति आय एवं राष्ट्रीय आय में क्या अंतर है |
प्रति व्यक्ति आय किसे कहते है
प्रति व्यक्ति आय से आशय उस आय से है जिससे देश के प्रत्येक नागरिक के ओसत आय का अनुमान लगाया जाता है | राष्ट्रीय आय में देश की कुल जनसंख्या का भाग देने पर जो भाग फल हमे मिलता है | उस राष्ट्रीय आय को प्रति व्यक्ति आय कहा जाता है |
जैसे – प्रति व्यक्ति आय = राष्ट्रीय आय / कुल जनसंख्या
राष्ट्रीय आय किसे कहते है
राष्ट्रीय आय वह आय होती हे जो किसी भी देश की अर्थव्यवस्था द्वारा पुरे साल में उत्पादित वस्तु एवम सेवाओ के शुद्ध मूल्यों के जोड़ को राष्ट्रीय आय कहा जाता है जिसमे विदेशो से प्राप्त वास्विक इनकम भी सम्मलित होती है राष्ट्रीय आय में पुरानी वस्तुओ के मूल्य को जोड़ा नही जाता है और न ही धरेलू सेवा से जुड़े उत्पाद जेसे खाना बनाना आदि को राष्ट्रीय आयसे बाहर रखा जाता है |
इसकी गणना दो प्रकार से होती है
- 1 – चालू कीमतों पर
- 2 – स्थिर कीमतों पर
राष्ट्रीय आय के जन्म दाता साइमन कुजनेत्स को माना जाता है
प्रति व्यक्ति आय और राष्ट्रीय आय में अन्तर
प्रति व्यक्ति आय और राष्ट्रीय आय में अन्तर निम्नलिखित है
1 प्रति व्यक्ति आय देश के सभी व्यक्तियो का ओसत आय रहता है जबकि राष्ट्रीय आय सम्पूर्ण राष्ट्र अथवा देश का आय होता है |
2 प्रति व्यक्ति आय में राष्ट्रिय आय में देश की कुल जनसंख्या का भाग देने पर जो भाग फल प्राप्त होता है उसे प्रति व्यक्ति आय कहा जाता है जबकि राष्ट्रीय आय में किसी देश में एक वर्ष में उत्पादित वस्तुओ और सेवा के कुल मूल्य को राष्ट्रीय आयकहते है |
3 प्रति व्यक्ति आय में एक वर्ष की अवधि में देश के प्रत्येक व्यक्ति के ओसत आय को प्रति व्यक्ति आय कहा जाता है जबकि राष्ट्रीय आय में एक वर्ष की अवधि में देश के व्यक्तियों के आय के योग को राष्ट्रिय आय कहा जाता है
4 प्रति व्यक्ति आय में वृद्धि होती है तो राष्ट्रिय को प्रभावित करती है याने प्रति व्यक्ति आय में परिवर्तन होने पर राष्ट्रिय आय भी परिवर्तन होता है इसलिए यदि जनसंख्या स्थिर रहे तो प्रति व्यक्ति आय में वृद्धि होगी और यदि प्रति – व्यक्ति आय में कमी होती है तो राष्ट्रिय आय में भी कमी होगी
5 प्रति व्यक्ति आय को अनोपचारिक बोलचाल में प्रति व्यक्ति आय को ओसत आय कहा जाता है और आमतोर पर अगर एक राष्ट्र की ओसत आय किसी दुसरे राष्ट्र से अधिक हो तो पहला राष्ट्र दुसरे से अधिक समर्द्ध माना जाता है | जबकि राष्ट्रिय आयकी गणना साधन लागत पर की जाती है |
भारत में राष्ट्रिय आय की गणना किस संस्था द्वारा होती है
भारत में राष्ट्रिय आय की गणनाकेन्द्रीय सांख्यिकी संगठन द्वारा की जाती है अपने देश में वितीय वर्ष 1 अप्रेल से 31 मार्च तक रहता है इसकी वार्षिक गणना होती है केन्द्रीय सांख्यिकी संगठन की स्थापना 2 मई 1951 में की गई थी इसका मुख्यालय नई दिल्ली में है व ओधोगिक सांख्यिकी संगठन शाखा कोलकाता में स्थित है |
सकल घरेलु उत्पाद क्या है
किसी देश की घरेलू सीमा के अंतर्गत एक वर्ष में उत्पादित सभी अंतिम वस्तु और सेवा की मोद्रिक मूल्य को सकल घरेलू उत्पाद कहते है | इसमे विदेशियों दवारा आय को भी शामिल किया जाता है किन्तु विदेशो में बसे भारतीयों द्वारा भेजी गई आय को इसके अंतगत नही रखा जाता है |
सकल घरेलू उत्पाद = उपभोग + सकल निवेश + खर्च + ( निर्यात – आयात )
Final Word – तो इस पोस्ट प्रतिव्यक्ति आय किसे कहते है | What is Capita Income में हमने प्रतिव्यक्ति आय के बारे में जानकारी प्राप्त की | उम्मीद करते है यह prativykti aay की जानकारी आपके लिए महत्वपूर्ण रही होगी | कृपया इस जानकारी को अपने साथियों के साथ भी जरुर शेयर करें और हमारे अगले पोस्ट की सुचना पाने के लिए हमसे टेलीग्राम पर जुड़े |