Corruption in India Essay in Hindi – इस पोस्ट में हम भारत में होने वाले भ्रष्टाचार पर निबंध पढ़ेंगे | एग्जाम में यह निबंध अक्सर पूछ लिया जाता है | यहाँ हमने इस निबंध सरल सटीक भाषा में आपके लिए तैयार किया है |
Corruption in India Essay in Hindi
भारत में भ्रष्टाचार पर निबन्ध
👉 रुपरेखा
- प्रस्तावना
- भ्रष्टाचार का अर्थ
- भ्रष्टाचार के कारण
- भ्रष्टाचार रोकने के उपाय
- उपसंहार
👉 प्रस्तावना
9 दिसम्बर को भ्रष्टाचार के खिलाफ जागरूकता फेलाने के लिए अंतराष्ट्रीय भ्रष्टाचार विरोधी दिवस मनाते है | सयुक्त राष्ट्र महासभा ने , 31 अक्टूबर 2003 को एक प्रस्ताव पारित कर अंतराष्ट्रीय भ्रष्टाचार विरोधी दिवस मनाने जाने की घोषणा की जिसमे भ्रष्टाचार के खिलाफ सम्पूर्ण राष्ट्र एवं दुनिया इस जंग में शामिल होना एक अच्छा संकेत है | क्यों की भ्रष्टाचार आज किसी एक देश की नही बल्कि सम्पूर्ण विश्व की समस्या है |
👉 भ्रष्टाचार का अर्थ
भ्रष्टाचार का शाब्दिक अर्थ है – भ्रष्ट + आचरण | भ्रष्ट का अर्थ है अपने स्थान से विचलित अथवा गिरा हुआ | आचार का अर्थ है , आचरण या व्यवहार | इस प्रकार ऐसा कार्य जो अपने स्वार्थ सिद्दी की कामना के लिए देश व समाज के नेतिक मूल्यों को नजर अंदाज करता है | भ्रष्टाचार कहलाता है | भ्रष्टाचार पुरे देश में महामारी की तरह फेल रहा है | भ्रष्टाचार के कई रूप है – जैसे
( क ) रिश्वत लेना – किसी कार्य को सक्षम व्यक्ति द्वारा लिया गया उपहार , सुविधा अथवा नकद धन राशि को रिश्वत कहा जाता है |
( ख ) भाई – भतीजा वाद – किसी सक्षम व्यक्ति व्दारा केवल अपने सगे – सम्बन्धियों को कोई सुविधा , लाभ अथवा पद नौकरी प्रदान करना ही भाई – भतीजा वाद कहलाता है इसके लिए प्राय : नियमो और योग्यताओ की अनदेखी भी की जाती है |
( ग ) कमीशन – यह भ्रष्टाचार का सर्वथा नवीन रूप है | किसी विशेष उत्पाद अथवा सेवा के सौधो में विक्रेता अथवा सुविधा प्रदाता से कुल सौदे के मूल्य का निश्चित प्रतिशत प्राप्त करना कमीशन कहलाता है | , काला बाजारी , मुनाफा खोरी , मिलावट , अपनी जिम्मेदारी से भागना , चोरी करना , अपराधियों का सहयोग करना , चुनाव में धाधली करना , टेक्स चोरी करना , जुटी गवाही देना , किसी को ब्लेकमेल करना , जुटा मुकदमा करना , परीक्षा में नकल करना या करवाना , परीक्षार्थी का गलत मूल्यांकन करना , पैसे लेकर वोट देना , आदि सभी अनुचित कार्यो को भ्रष्टाचार कहा जाता है |
👉 भ्रष्टाचार के कारण
भ्रष्टाचार के यधपि अनेक कारण है जिसमे से कुछ प्रमुख कारण इस प्रकार है – महंगी शिक्षा – शिक्षा के व्यवसायीकरण ने शिक्षा को अत्यधिक महंगा कर दिया है | आज जब एक युवा शिक्षा पर लाखो रूपये खर्च करके किसी पद पर पहुंचता है तो उसका पहला लक्ष्य यह होता है की उसने अपनी शिक्षा पर जो खर्च किया है उसे किसी भी उचित या अनुचित रूप से वसूल करे |
यही सोंच उसको भ्रष्टाचार के दलदल में धकेल देती है | लचर न्याय व्यवस्था – लचर न्याय व्यवस्था भी भ्रष्टाचार का मुख्य कारण है | प्रभावशाली लोग अपने धन और पहचान के सहारे अरबों – खरबों के घोटाले करके साफ बच निकलते है जिससे युवा वर्ग इस बात के लिए प्रेरित होता है की यदि व्यक्ति के पास पर्याप्त धन बल होता है तो उसका कोई भी कुछ भी नही बिगाड़ सकता है |
👉 जन – जागरण का अभाव
हमारे देश की बहुसंख्यक जनता अपने अधिकारों से अनभिज्ञ है , जिसका लाभ उठाकर प्रभावशाली लोग उसका शोषण करते रहते है और जनता चुपचाप भ्रष्टाचार की चक्की में पिसती रहती है | नेतिक मूल्यों के कमी के कारण भ्रष्टाचार बढ़ता है | भौतिक विलासिता में जीने तथा अपने जीवन को बहुत ही आराम में गुजारने की आदत तथा झूटे दिखावे व प्रदर्शन के लिए एवं झूटी सामाजिक प्रतिष्टा पाने के लिए गलत कार्यो में लिप्त हो जाते है |
राष्ट्र भक्ति का अभाव के कारण भी भ्रष्टाचार को बढ़ावा देता है | मानवीय सवेद्नाओ की कमी एवं गरीबी , भुखमरी तथा बढती महगाई , बेरोजगारी , जनसंख्या का अंधाधुंध बढ़ना तथा व्यक्तिगत स्वार्थ की वजह से भ्रष्टाचार बढ़ता है | लचीला कानून व्यवस्था के कारण भी भ्रष्टाचार बढ़ता है कुछ लोगो में सम्मान अथवा पद की आकांक्षा होती है तो कुछ में धन कमाने की उसुक्ता |
ऐसे व्यक्ति असंतोष और धन लोलुपता के कारण ही वे न्याय – अन्याय में अन्तर नही कर पाते है | जिससे वे लोग भ्रष्टाचार की और भी अग्रसर हो जाते है | भाषा वाद , क्षेत्रीयता , जातिवाद , सांप्रदायिकता , आदि भी भ्रष्टाचार को प्रोत्साहित करता है |
👉 भ्रष्टाचार के प्रभाव
भ्रष्टाचार के वजह से पैसे वाले लोग और अमीर बनते जा रहे है और गरीब लोगो पर गरीबी और हावी होती जा रही है | भ्रष्टाचार के कारण आज किसान आत्महत्या कर रहे है | भुखमरी और बेरोजगारी की समस्या बढ़ रही है , साथ ही नैतिक मूल्यों और राष्ट्रिय चरित्र का भी हनन हो रहा है |
👉 भ्रष्टाचार रोकने के उपाय
भ्रष्टाचार को रोकना आज विश्व्यापी समस्या बन गयी है और आज भले ही इसे समूल नष्ट न किया जा सके परन्तु कुछ कठोर कदम उठा कर इस पर अंकुश अवश्य लगाया जा सकता है |
भ्रष्टाचार को दूर करने के उपाय इस प्रकार है –
( क ) जनान्दोलन – भ्रष्टाचार को रोकने का सबसे मुख्य और महत्वपूर्ण उपाय जनान्दोलन है | जनान्दोलन के द्वारा लोगो को अनेक अधिकारों का ज्ञान फेलाकर इस पर अंकुश अवश्य लगाया जा सकता है |
( ख ) कठोर कानून व्यवस्था – कठोर कानून बनाकर भ्रष्टाचार पर रोक लगाई जा सकती है | यदि लोगो को पता हो की भ्रष्टाचार करने वाला कोई भी व्यक्ति सजा से नही बच सकता | भले ही वह देश का प्रधानमंत्री या राष्ट्रपति ही क्यों न हो |
( ग ) नि : शुल्क उच्च शिक्षा – भ्रष्टाचार पर पूरी तरह से अंकुश लगाया जा सकता है , जब देश के प्रत्येक युवा को नि : शुल्क उच्च शिक्षा का अधिकार प्राप्त होना चाहिए | भ्रष्टाचार को रोकने के लिए भ्रष्टाचार करने वालो पर कड़ी से कड़ी सजा का प्रावधान होना चाहिए | तथा हम सबको मिलकर भ्रष्टाचार का विरोध करना चाहिए | रिश्वत लेकर या रिश्वत देकर कोई भी कार्य नही करना चाहिए | भ्रष्टाचार के खिलाफ कड़ा कानून बनाना चाहिए एवं उसका पालन करना चाहिए |
👉 उपसंहार
हम को भ्रष्टाचार के खिलाप लोगो को जागरूक करना चाहिए और लोगो को इसके नुकसान से अवगत करवाना चाहिए | इसके लिए केवल सरकार ही नही बल्कि सभी धार्मिक , सामाजिक व स्वयं सेवी संस्थाओ को एक जुट होना होगा | सभी को संयुक्त रूप से इसे प्रोत्साहन देने वाले तत्वों का विरोध करना चाहिए |
ट्रांसपेरेसी इंटरनेशनल द्वारा जरी वर्ष 2016 के भ्रष्टाचार सूचकांक में भारत 76 वें स्थान पर है | जबकि वर्ष 2009 में वह 84 वें स्थान पर था | भ्रष्टाचार के क्षेत्र में अपनी इन उपलब्धियों क्र सहारे हम विकासशील में विकसित देश का दर्जा प्राप्त नही कर सकते है |
Download PDF Corruption in India Essay
Final Word – तो इस पोस्ट में हमने Corruption in India Essay in Hindi | भारत में भ्रष्टाचार पर निबंध , पढ़ा | उम्मीद करते है यह पोस्ट आपके लिए महत्वपूर्ण रहा होगा | कृपया इसे अपने साथियों के साथ भी जरुर शेयर करें | और हमारे गले पोस्ट की अपडेट पाने के लिए हमसे सोशल मीडिया पर जुड़े |