सौरमंडल की सामान्य जानकारी | Solar System in Hindi

आज के इस पोस्ट में आप पढ़ेंगे सौर मंडल क्या है और सौर मंडल की सामान्य जानकारी ( Saurmandal in Hindi ) |

saurmandal in hindi

सौर मंडल किसे कहते है | Solar System in Hindi

सौरमंडल नाम से ही पता चल रहा है की सुर्य सौरमंडल का प्रमुख होते है तथा सुर्य के इर्दगिर्द चारो और घुमने वाले ग्रहो के समुदाय को सौरमंडल कहा जाता है |
सुर्य के चारो और अंडाकार मार्ग पर उसकी परिक्रमा कर रहे ग्रहो, उपग्रहो, धुमकेतु, उलकाओ ओर शुध ग्रहो के समुह को सौरमडल कहते है |

SaurMandal in Hindi

सूर्य | SUN

सुर्य सौरमंडल का एक तारा है जिसका व्यास लगभग तैरह लाख बाणवे हजार के करीब होता है | सुर्य हमरी गेलेक्सी के केंद्र से लगभग 30000 हजार प्रकाश वर्ष दूर एक कोने मे स्थित है और यह हमारी पृथ्वी से लगभग 13 लाख गुना बडा है | सुर्य सर्वाधिक निकट प्रथ्वी का तारा है | यह एक गैसीय गोला है जिसमे हाइड्रोजन की मात्रा 71%, हीलीयम 26.5%, तथा अन्य तत्व 2.5% उपस्थित है | सुर्य के केंद्र मे हाइड्रोजन के चार नाभिक को मिलाकर एक हिलियम नाभीक का निर्माण किया जाता है इसके केंद्र मे नाभीकिय सलयन कि क्रिया होती है जो सुर्य की ऊर्जा का स्त्रोत है | सुर्य लगातार अवरक्त किरणे, गामा किरणे,पराबेगनी किरणे, एक्स – रे किरणे, रेडीयो तरंगे आदी के रुप मे ऊर्जा का ऊत्सर्जन करता रहता है | सुर्य के प्रकाश को धरती पर पहुचने मे 8 मिनिट 16 सेकण्ड का समय लगता है | सुर्य मे कही पर काले धब्बे दिखाई देते है जो प्रकाश उत्सर्जित करने मे असमर्थ रहते है |

बुध | MERCURY

इस ग्रह को मरकरी भी बोला जाता है | बुध ग्रह सोर मंडल का बहुत ही छोटा ग्रह है और सुर्य के सबसे निकट स्थित है | बुध ग्रह पर दिन बहुत गर्म होते है तथा रात बहुत ही ठ्ण्डी होती है | यह ग्रह सुर्य की परिकल्पना मे कुल 88 दिनो का समय लेता है इन दिनो मे यह सुर्य की परिकल्पना पुरी कर लेता है | इस ग्रह पर वायुमंडल न होने के कारण यहा पर जिवन जिना सम्भव नही है | इस ग्रह का अभी तक कोई उपग्रह नही खोजा गया है |

शुक्र | VENUE

इस ग्रह को विनस भी कहा जाता है| शुक्र ग्रह प्रथ्वी के सबसे निकट स्थित ग्रह है |यह पुरे सौरमंडल का अत्यधिक चमकिला तथा अत्यधिक गर्म ग्रह है | यह अन्य ग्रहो के विपरित सुर्य की परिक्रमा पूर्व दिशा से पश्चिम दिशा की और लगाता है इसलिए इसका सुर्योदय पश्चिम मे तथा सुर्यास्त पूर्व दिशा मे होता है | इसका आकार तथा घनत्व प्रथ्वी के जैसा होता है इसलिए इसे प्रथ्वी का जुडवा ग्रह तथा प्रथ्वी कि बहन के नाम कि संज्ञा दी गई है तथा इसका भी कोई उपग्रह नही है | शुक्र ग्रह के वायुमंडल मे 95% कार्बन डाई आक्साईड तथा 3.5% नाईट्रोजन उपस्थित है|

पृथ्वी | EARTH

पृथ्वी सौरमंडल का एक मात्र एक एसा ग्रह हे जिस पर जिवन जिना सम्भव है| प्रथ्वी के दो व्यास होते है विषुवत व्यास तथा ध्रुविय व्यास जिन्के मध्य लगभग 43 किलोमिटर का अंतर है | इसका विषुवतिय व्यास 12756 किलोमिटर है तथा इसका ध्रुविय व्यास 12714 किलोमिटर है |

प्रथ्वी अपने अक्ष पर 23.50 झुकी हुई है तथा यहा अपने अक्ष पर पश्चिम दिशा से पुर्व दिशा मे 27 किलोमिटर प्रति मिनट की गती से भ्रमण करती है और यहा एक चक्कर को पुर्ण करने मे 23 घंटे 56 मिनट 4 सेकण्ड का समय लेती है | इस पर 71% जल की उपस्थिति होने के कारण इसे निले ग्रह की उपाधी दी गई है |

प्रथ्वी का मात्र एक उपग्रह चंद्रमा है जिसको अर्थ से देखने पर चंद्रमा का कुल 59% भाग हमे साफ दिखाई देता है | हमारी प्रथ्वी को सुर्य कि परिक्रमा करने मे 365 दिन 5 घंटे 48 मिनट 46 सेकेंड (365 दिन 6 घंटे) का समय लगता है | इसका अपने अक्ष पर झुका होने के कारण यहा पर ऋतु परिवर्तन देखने को मिलता है तथा सबसे चमकिला तारा साइरस प्रथ्वी से 9 प्रकाश वर्ष कि दुरी पर मोजुद है |

प्रथ्वी की अधिकतम दुरी 4 जुलाई को 15.21 करोड किलोमिटर तथा 3 जनवरी को न्यूनतम दुरी 14.70 किलोमिटर मानी जाती है | इन दोनो के बिच की औसत दुरी के अंतराल को खगोलीय एकक कहा जाता है | इसके उत्तरी ध्रुव की खोज रोबट पियरी ने करी थी तथा दक्षीणी ध्रुव की खोज एमड सेन ने करी थी |

चंद्रमा | MOON

चंद्रमा प्रथ्वी का एक प्रकार का उपग्रह है जो सौरमण्डल के अंतर्गर्त विषाल तथा पाचवे उपग्रह की श्रेणी मे आता है | इसका आकार एक गोलाकार गेंद की तरह है | जैसा की हम सब जानते है यह चमकिला दिखाई देता है परंतु इसका चमकिला दिखाई देने का कारण सुर्य का प्रकाश हे जो इस पर पडता है और यह चमकता है|

प्रथ्वी से चंद्रमा की दुरी लगभग 384400 किलोमोटर है तथा यह दुरी प्रथ्वी के व्यास की 30 गुना है | चंद्रमा प्रथ्वी की परिक्रमा मे 27.3 दिनो का समय लगाता है तथा इतना ही समय इसे अपने अक्ष के चारो और पुरा चक्कर लगाने मे लगता है | सुर्य के बाद आकाश मे सबसे चमकिला यहि दिखाई देता है |

समुद्र मे ज्वार और भाटा आने का प्रमुख कारण चंद्रमा के गुरुत्वाकर्षण की शक्ति है | चंद्रमा के कक्षिय दुरी प्रथ्वी के व्यास का कुल 30 गुना दि गई है इसी कारण सुर्य और चंद्रमा का आकार हमे आसमान मे हमेशा एक समान नजर आता है| प्रथ्वी से चंद्रमा का 59% भाग हमे स्पष्ट दिखाई देता है |

मंगल | MARS

इसे लाल ग्रह कि उपाधी दी गई है, इसका कलर लाल होने का कारण यहा पर मोजुद आयरन आक्साइड है | यह भी प्रथ्वी के समान अपने अक्ष से 250 के कोण पर जुका हुआ है इस कारण इस ग्रह पर ऋतु पर्तिवर्तन होता रहता है | मंगल ग्रह पर वायुमंडल का पतले आवरण के कारण यहा नाइट्रोजन तथा आर्गन गैस पाई जाती है | इसके दो उपग्रह फोबोस तथा डिमोस है और डिमोस उपग्रह सौरमण्डल का सबसे छोटा उपग्रह है | सौरमण्डल का सबसे बडा एक ज्वालामुखी है जिसका नाम ओलिपस मेसी तथा सौरमण्डल का सबसे ऊँचा एक नर्वत निक्स ओलम्पिया है जिसकी ऊचाई माउण्ट एवरेस्ट से तीन गुना है |

बृहस्पति | JUPITER

इस ग्रह को जुपिटर भी कहा जाता है | यह सौरमण्डल का सबसे बडा ग्रह है, जो मुख्यत: गैस तथा द्रव से मीलकर बना होता है, इसलीए इस ग्रह की भूमी ठोस होने का अभाव पाया गया है |सौरमण्डल मे इसा ग्रह से सबसे अधिक उपग्रह पाए गए है जिसमे से गैनिमीड सौरमण्डल का सबसे विषाल ग्रह माना जाता है | सभी ग्रहो की तुलना मे इसकी गुर्णन चाल सबसे अधीक पाई गाई है जो 10 घंटे के बराबर है तथा इसे सुर्य का एक चक्कर लगाने मे 12 वर्ष का समय लग जाता है |

शनि | SATURN

शनि आकारा मे दुसरा सबसे बडा ग्रह पाया गया है | शनि ग्रह की एक महत्वपुर्ण विशेषता यह रही है की इसके चारो तरफ प्रकाश की कुण्डली पाई गई है जिसको वलय की संज्ञा दी गई है | इस वलय की कुल संख्या 7 दी गई है | तथा इनकी खोज महान वेज्ञानीक गैलीलीयो ने की थी | शनि ग्रह का सबसे बडा उपग्रह का नाम टाइटन है जो सौरमण्डल का दुसरे नम्बर का बडा उपग्रह है | माना जाता है की इस ग्रह का घनत्व जल से भी कम है मतलब यह है की इसे यदी जल मे रखा जाए तो यह उस पर तैरने लगेगा |

अरुण | URANUS

इस ग्रह को यूरेनस भी कहा जाता है | यह सौरमण्डल का तिसरे नम्बर का सबसे बडा ग्रह माना गया है यह ग्रह शुक्र ग्रह की भाती ही परिक्रमा क्ररता है | यह ग्रह अपनी धुरी पर सुर्य की और कुछ इस तरह झुका हुआ है की यह लेटा हुआ सा प्रतीत होता है इसलिए एसे लेटे हुए ग्रह की सज्ञा प्रदान की गई है| इस ग्रह के वायुमंडल मे मीथेन गैस की अत्यधिक मात्रा पाई गई है |

वरुण | NEPTUNE

इस ग्रह को नेपचुन भी कहा जाता है | तथा इस ग्रह का कलर हरा है एवं यह सुर्य से अत्यधिक दुरी पर स्थित ग्रह है | इस ग्रह का प्रकाश हरा होने का कारण यहा पाई जाने वाली मिथेन गैस है इस कारण यह हरा दिखाई देता है |

यम | PLUTO

इस ग्रह को प्लूटो ग्रह भी कहा जाता है | यह सौरमण्ड्ल का सबसे छोटा ग्रह है लेकिन 2006 मे ग्रहो की नई परिभाषा तय की गई जिसमे प्लूटो को ग्रहो की लिस्ट से बाहर कर दिया गया वेज्ञानिको ने प्लूटो से ग्रह का दर्जा छिन लिया और अब हमारे सौरमण्डल मे 9 प्लेनेट की जगह केवल 8 प्लेनेट बचे है | अब इसे सौरमण्डल का सबसे बडा बोना प्लेनेट माना जाता है | इस ग्रह की खोज 1930 मे अमेरिकन एस्ट्रोनोमबट क्लाइटट्रोम्बो ने की थी | जिसे ग्रहो मे शामील कर लिया था | इस ग्रह का नामकरण ऑक्स्फ़र्ड स्कुल ऑफ़ लंदन मे पढ्ने वाली छात्रा वेंटिया बर्नी ने प्लूटो नाम रखा | इस ग्रह का व्यास 2377 किलोमिटर है तथा इसका रंग काला गहरा ओरेंज तथा सफेद है | प्लूटो को सुर्य की परिक्रमा करने मे 2048 साल लगते है | इसका वायुमंडल बहुत पतला है जिसमे नाइट्रोजन, मिथेन और कार्बन डाई आक्साइड गैस विद्यमान है |

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Title – सौर मंडल किसे कहते है | Solar System in Hindi

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