Amal kise kahate hain – इस पोस्ट में हम अम्ल के बारे में पढ़ेंगे | यहाँ हम जानेंगे अम्ल किसे कहते है , अम्ल क्या होता है , अम्ल के भौतिक गुण क्या है , अम्ल के रासायनिक गुण क्या है , अम्लो के रासायनिक नाम क्या है , अम्लों के उपयोग तथा अम्ल वर्षा क्या है | यदि आप भी अम्ल के बारे में विस्तार से जानना चाहते है तो कृपया इस पोस्ट को पूरा पढ़ें |
अम्ल किसे कहते है
ऐसे रासायनिक पदार्थ जो स्वाद में खट्टे होते है तथा अपने जलीय विलयन में H पल्स आयन मुक्त करते है तथा नीले लिटमस पेपर को लाल कर देते है व जिनका PH मान 7 से कम होता है व धातु के साथ अभिक्रिया से हाइड्रोजन गैस व लवण का निर्माण करते है , अम्ल कहलाते है | जैसे – इमली , टमाटर , नीबू आदि |
अम्लो के भौतिक गुण
अम्लो के भौतिक गुण निम्नलिखित है –
- (A) अम्ल नीले लिटमस पेपर को लाल कर देते है |
- (B) अम्ल स्वाद में खट्टे होते है |
- (C) अम्ल जल में विलेय होते है |
अम्लो के रासायनिक गुण
अम्लो के रासायनिक गुण निम्नलिखित प्रकार के है |
(A) धातुओ के साथ अभिक्रिया – अधिकतम अम्ल धातुओ के साथ अभिक्रिया करके लवण बनाते है तथा हाइड्रोजन गैस उत्पन्न होती है |
(B) धातु कार्बोनेट के साथ अभिक्रिया – अम्ल धातु कार्बोनेट को अपघटित करके लवण तथा कार्बन डाई आक्साइड गैस देते है |
अम्ल के प्रकार
आयनन के अनुसार अम्ल को दो भागो में बाटा गया है |
( अ ) प्रबल अम्ल – ऐसे अम्ल जो जल में पूर्णत: टूट जाते है प्रबल अम्ल कहलाते है खनिज अम्ल प्रबल अम्ल होते है |
जैसे –
- हाइड्रोक्लोरिक अम्ल ( Hcl )
- सल्फ्यूरिक अम्ल ( H2 SO4) ,
- नाइट्रिक अम्ल (HNO3 )
- अपवाद – कार्बोनिक अम्ल ( H2CO3 )
( ब ) दुर्बल अम्ल – ऐसे अम्ल जो जल में पूर्णता: नही टूटते है दुर्बल अम्ल कहते है सामान्यतया कार्बनिक अम्ल दुर्बल अम्ल कहलाते है
जैसे –
- टार्टरिक अम्ल – इमली में |
- सिट्रिक अम्ल – संतरे में |
- लेक्टिक अम्ल – दही में |
- एसीटीक अम्ल – सिरके में |
- आक्सेलिक अम्ल – टमाटर में |
अम्ल के उपयोग
नाइट्रिक अम्ल , हाइड्रो क्लोरिक अम्ल तथा सल्फ्यूरिक अम्ल व्यावसायिक दृष्टि से अत्यन्त महत्वपूर्ण है इन अम्लो के प्रमुख उपयोग निम्नलिखित है |
👉 ( अ ) नाइट्रिक अम्ल – इसको सोने तथा चांदी के शोधन में प्रयुक्त किया जाता है और उर्वरक , विस्पोटक प्रदार्थ बनाने , में भी इसका प्रयोग किया जाता है |
👉 ( ब ) हाइड्रो क्लोरिक अम्ल – इसका उपयोग वस्त्र उधोग में कपडा रंगने के लिए तथा कलई से पूर्व लोहे की चादरों को साफ करने के लिए प्रयोग किया जाता है |
👉 ( स ) सल्फ्यूरिक अम्ल – लेड स्टोरेज बेट्रियो में ,प्लास्टिक उधोग में , पेट्रोलियम उधोग में , कृतिम रेशे बनाने में , उर्वरक निर्माण आदि में प्रयुक्त किया जाता है |
अम्ल के स्त्रोत
- सिरका – एसिटिक एसिड
- सेब – मौलिक एसिड
- अंगूर – टास्टेरिक एसिड
- इमली, अंगूर , कच्चा आम – टास्टेरिक एसिड
- खट्टे फल – साइट्रिक एसिड
- दूध – लेक्टिक एसिड
- दही – लेक्टिक एसिड
- बिच्छु के डंक में व सांप – फार्मिक एसिड
- लाल चीटी के डंक में – फार्मिक एसिड
- मूत्र – यूरिक एसिड
- आवंला , अमरूद – एस्कारबिक एसिड
- कार्बोनिक अम्ल – सोडा वाटर
- आमाशय में – HCL
अम्ल के रासायनिक नाम
क्र. | अम्ल | रासायनिक नाम | सूत्र |
01 | खाने का सोडा | सोडियम बाई कार्बोनेट | NaHCO3 |
02 | धोने का सोडा | सोडियम कार्बोनेट | Na2CO3 |
03 | जिप्सम | केल्शियम सल्फेट | CaSO4.2H2O |
04 | नीला थोथा | कॉपर सल्फेट | CuSO4 |
05 | नौसादर | अमोनियम क्लोराइड | NH4Cl |
06 | फिटकरी | पोटेशियम एल्युमिनियम सल्फेट | K2SO4Al2(SO4)3.24H2O |
07 | बुझा हुआ चुना | केल्शियम हाइड्रोक्साइड | CA (OH)2 |
08 | लाफिग गैसे | नाइट्रस आक्साइड | N2O |
09 | लाल दवा | पोटेशियम परमेगनेट | KmnO4 |
10 | लाल सिंदूर | लेड परआक्साइड | Pb304 |
11 | शौरा | पौटेशियम नाइट्रेट | KNO3 |
12 | सिरका | एसिटीक एसिड का तनु घोल | CH3COOH |
13 | सुहागा | बोरेक्स | Na2B4O7.10H2O |
14 | स्प्रिट | मैथिल एल्कोहल | CH3OH |
15 | हरा कसीस | फेरिक सल्फेट | Fe2(SO4)3 |
अम्ल वर्षा क्या है
वायु प्रदूषक के कारण वायुमंडल में उपस्थित सल्फ़र एवं नाइट्रोजन के आक्साइड वायु में उपस्थित जल वाष्प से क्रिया करके क्रमश: गंधक अम्ल और नाइट्रिक अम्ल का निर्माण करते है | यह अम्ल वर्षा के जल के साथ मिलकर जब धरती पर गिरता है तो इसे ही अम्ल वर्षा के नाम से जाना जाता है |
अम्ल वर्षा होने का कारण
अम्ल वर्षा के होने का मुख्य कारण आज कारखानों व फेक्त्रियो से छोडी जा रही अत्यंत हानिकारक गैसे व रेफ्रिजरेटर के द्वारा निकलने वाली क्लोरो – फ्लोरो कार्बन के कारण मुख्य है |
अम्ल वर्षा होने से हानी
अम्ल वर्षा होने से कही प्रकार की हानिया होती है जिसमे नदियों , तालाबो और झीलों का जल पिने योग्य नही रहता है तथा जल में रहने वाले जीव मछलिया , केकड़े एवम अनेको जलीय जीव और वनस्पति पर भी इसका दुष्प्रभाव पड़ता है |
यह भूमि की उर्वरक क्षमता को भी कम कर देता है | अम्ल वर्षा के कारण ताजमहल का भी संक्षारण हो रहा है तथा ताजमहल का रंग पिला पद रहा है |
अम्ल वर्षा का प्रभाव
- अम्लीय वर्षा से मानव के स्वास्थ्य पर भी बुरा असर पद रहा है |
- अम्ल वर्षा से संगमरमर और पत्थर की बनी मूर्तियों का भी संक्षारण होता है |
- अम्ल वर्षा से भूमि भी प्रदूषित होती है और जिसका असर फल , फुल , पेड़ – पौधो पर पड़ता है |
Final Word – तो इस पोस्ट में हमने पढ़ा अम्ल किसे कहते है | Amal kise kahate hain , अम्ल के उपयोग, अम्ल के रासायनिक गुण , अम्ल के भौतिक गुण , अम्ल के रासायनिक नाम एवं अम्ल वर्षा के बारे में | उम्मीद करते है यह पोस्ट आपको पसंद आई होगी | कृपया इस पोस्ट को अपने साथियों के साथ भी जरुर शेयर करें और हमारे अगले पोस्ट की जानकारी के लिए टेलीग्राम पर जुड़े |