Metal and Non Metal in Hindi – इस पोस्ट में हम धातु एवं अधातु के बारे में पढ़ेंगे | यदि आप भी जानना चाहते है की धातु किसे कहते है , अधातु किसे कहते है , धातु एवं अधातु में क्या अंतर होता है , धातुओं के भौतिक गुणधर्म कौन कौन से है , अधातुओं के गुणधर्म कौन कौन से है | तो यह पोस्ट आपको पूरी पढनी चाहिए |
Metal and Non Metal in Hindi
धातु किसे कहते है ?
वह तत्व जो उष्मा तथा विधुत का चालन करे , और ठोस व चमकदार होते है , व आसानी से इलेक्ट्रान को त्याग कर धनायन बनाते है स्वतंत्र इलेक्ट्रान के कारण अधिकांश धातुएं विधुत की सुचालक होती है धातु आघातवर्ध्य तथा तन्य भी होती है | धातु कहलाते है |
धातुओं के कुछ उदाहरण – आयरन ( Fe ) , एल्युमिनियम ( Al ) , चांदी ( Ag ) , कापर ( Cu ) आदि
अधातु किसे कहते है ?
अधातु वे तत्व होते है जो इलेक्ट्रान ग्रहण कर ऋणायन बनाते है | ग्रहण किये गए इलेक्ट्रानों की संख्या पर अधातु की संयोजकता निर्भर करती है , अधातु कहलाते है |
अधातुओं के कुछ उदाहरण – हाइड्रोजन ( H ) , नाइट्रोजन ( N ) , सल्फर ( S ) , आक्सीजन ( O ) आदि
धातु एवं अधातु में अन्तर | Dhaatu aur Adhatu mein Antar
धातु एवं अधातु में अन्तर लिखिए
धातु एवं अधातु में अन्तर निम्नलिखित है –
👉 1 धातुएं सामान्य: विधुत तथा ऊष्मा के सुचालक होती है | जबकि अधातु विधुत तथा ऊष्मा के कुचालक , अपवाद – ग्रेफाइट ( कार्बन की अपररूप ) होती है |
👉 2 धातु में विशेष प्रकार की चमक होती है | जबकि अधातु में आयोडीन तथा ग्रेफाइट को छोड़कर किसी अधातु में चमक नही होती है |
👉 3 धातु में विशेष प्रकार की ध्वनि उत्पन्न करने की क्षमता होती है | जबकि अधातु में धातु के समान यह ध्वनि उत्पन्न नही कर सकते है |
👉 4 धातु अम्लो से अभिक्रिया करके हाइड्रोजन गैस पुनः स्थापित करती है | जबकि अधातुएं अम्लो में से हाइड्रोजन गैस पुनः स्थापित नही करती है |
👉 5 धातु पीटने से बढ़ते है तथा इनके तार खिचे जा सकते है | जबकि अधातु पीटने पर टूट जाते है तथा इनके तार भी नही खिचे जा सकते है |
👉 6 धातुओं की अवस्था ठोस होती है | जबकि अधातुएं ठोस / द्रव्य / गैस तीनों अवस्थाओं में होती है |
👉 7 धातुएं धनात्मक आवेश की प्रकृति की होती है | जबकि अधातुएं ऋणात्मक आवेश की प्रकृति की होती है |
धातुओं के भौतिक गुणधर्म लिखिए
धातुओं के भौतिक गुणधर्म निम्लिखित है –
- 1 धातुएँ आघातवर्ध्य होती है ( किसी पदार्थ को दबाने पर विकृत होकर दाब के लम्बवत दिशा में फैलने का गुण आघातवर्धनीयता ( Malleability ) कहलाता है | अर्थात इन्हें हथोड़े से पीट – पीट कर चादर के रूप में भी परिवर्तित किया जा सकता है | सोना व चांदी सर्वाधिक आघातवर्ध्य होते है | 1 ग्राम चांदी से 2 मीटर लम्बा तार खिंचा जा सकता है |
- 2 सभी धातुएँ चमकीली होती है |
- 3 धातुओं में उच्च घनत्व ( सोडियम और पोटेशियम को छोड़कर ) होता है |
- 4 सभी धातुएँ ऊष्मा और विधुत की चालक होती है | चांदी ऊष्मा और विधुत की सबसे अच्छी चालक है |
- 5 धातुएँ ( सोडियम और पोटेशियम को छोड़कर ) कठोर होती है |
- 6 धातुएँ ( पारे को छोड़कर ) सामान्य ताप पर ठोस होती है |
अधातुओं के भौतिक गुणधर्म लिखिए
अधातुओं के भौतिक गुणधर्म निम्लिखित है –
- 1 अधातु आघातवर्ध्य एवं तन्य नही होती है | ये भंगुर होती है |
- 2 अधातुएं चमकदार नही होती है | अपवाद – आयोडीन |
- 3 गलनांक एवं क्वथनांक निम्न होते है |
- 4 अधातुएं ऊष्मा एवं विधुत कुचालक होती है अपवाद – ब्रोमिन |
- 5 अधातुएं ध्वनिक नही होती है |
- 6 अधातुएं ठोस या गैसीय अवस्था में पाई जाती है | लेकिन ब्रोमिन ( Br ) तरल या द्रव्य अवस्था में पायी जाती है |
Final Word – तो इस पोस्ट में हमने पढ़ा धातु एवं अधातु क्या है , Metal and Non Metal in Hindi | उम्मीद करते है यह पोस्ट आपके लिए महत्वपूर्ण रही होगी | कृपया इस पोस्ट को अपने साथियों के साथ भी जरुर शेयर करें | और हमारे अगले पोस्ट की अपडेट पाने के लिए हमसे सोशल मीडिया पर जुड़े |